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मेरी प्रिय मधुर वाणी,
यह टनकपुर है, इस समय दोपहर के ठीक १२ बज कर १३ मिनट ओर १४ सेकंड हुए हैं। अब तुम अपने पति से घर के समाचार सुनो, जब से तुम अपनी सहेलियों के साथ पिकनिक मनाने हिल स्टेशन गयी हो, तब से यहाँ का वातावरण शांतिपूर्ण है, परन्तु कभी-कभी हमारे दोनों बच्चों बबलू ओर पिंकी के दंगो कि वजह से स्थिति तनावग्रस्त हो जाती है।
तुम्हारे मैके से प्राप्त समाचारों के अनुसार पिछले सप्ताह तुम्हारे मामाजी कि टांग बाथरूम में फिसलने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। उसकी टांग खतरे के बाहर ओर प्लास्टर के अंदर है। तुम्हारे मामाजी ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि भविष्य में अब कभी बाथरूम में पैर नहीं रखेंगे। अभी-अभी विश्वस्त सूत्रों से समाचार मिला है के बबलू ओर पिंकी में दोबारा फसाद आरम्भ हो गया, बबलू ने पिंकी कि पेंसिल तोड़ दी थी ओर पिंकी ने बबलू के सारे बाल नोच लिए थे। इस कारण बेडरूम के क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। तुम्हारी कांच कि अलमारी को क्षति पहुंची है,किन्तु मैंने ठीक समय पर पहुँच कर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है, दोनों पक्षों में समझोता कराने के प्रयास जारी है। मैंने बेडरूम के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। दोनों कि हरकतों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, उम्मीद है, शाम तक स्थिति शांत हो जायेगी।
ओर अब मौसम कि जानकारी- आसमान साफ है,धुप निकली हुई है, छत पर कपड़े सुख रहे हैं, किचन में दूध उबल रहा है,सब्जी जल रही है, किचन अय्स्त-व्यस्त है ओर मैं पस्त हूं। अत: तुमसे अनुरोध किया जाता है कि अपनी पिकनिक स्थागित करके शीघ्र वापस आ जाओ, इसी के साथ घर के समाचार समाप्त हुए।
नमस्कार।
तुम्हारा पति
राजशरण भारती