शुक्रवार, 26 अक्तूबर 2018

तुम इन्सान के रूप में देवता हो

filmy fun fact
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सीन जाना पहचाना :

फिल्मों में किसी ने किसी पर जरा सा अहसान किया नहीं कि वह सामने वाले को देवता बना लेता है। खासकर बुढा आदमीं। तूफानी रात में एक नौजवान एक लड़की को उसके घर पहुँचाने जाता है, तो उस लड़की का बुढा बाप सदियों से एक ही संवाद बोलता आया है, ' बेटा, तुम इन्सान के रूप में देवता हो।'
जवाब में वह नौजवान कहता है, ' जी ये तो मेरा फर्ज था।' 

एक खुबसुरत लड़की को उसके घर पहुंचा देना कोई फर्ज-वर्ज नहीं है। अगर यह फर्ज है, तो दुनिया का हर आदमीं इस फर्ज को निभाने के लिए तेयार मिलेगा, बल्कि दो फर्ज निभाने वाले टकरा गए, तो आपस में कहीं लड़ ना पड़े कि ' ये तो मेरा फर्ज है, इसे मैं निभाऊंगा। तूं कोई और तूफान में फंसी लड़की ढूंढ। 

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बुधवार, 24 अक्तूबर 2018

इसके दहेज में पांच लाख क्यों?

Surprise
पिक क्रेडिट - pixabay

एक आदमीं के शादी के लायक चार बेटियां थी। जिसके लिए वो लडकों की तलाश में था। एक रोज ऐसा सम्भावित दामाद उसके घर आया तो उसने उसको अपनी चारों लडकियाँ दिखाई।

    "ये कमला है।"  - वो बोला - "जरा काली है।" मैं इसके दहेज के बदले में बीस हजार            रूपये नकद दूंगा।
    "ये विमला है।" - जरा भैंगी  है। इसके दहेज में पचास हजार रूपये दूंगा।
    "ये कांता है।" - जरा लंगड़ी है। मैं इसके दहेज में एक लाख रुपया दूंगा।
     ..... ये पूनम है। इसके दहेज में मैं पांच लाख रूपये दूंगा।

लड़का चौंका।
उसने देखा कि पूनम चारों बहनों में सबसे ज्यादा खुबसूरत थी और अपनी बहनों की तरह भैंगी, लंगड़ी वगेरह भी नहीं थी।
       "जनाब!" - वो हैरानी से बोला - "इसके दहेज में पांच लाख क्यों?"
       "ये" - जवाब मिला, "जरा-सी  गर्भवती है"

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दिलचस्प और सच्ची बातें

Weird things.
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कुछ बातें सुनने या पढ़ने में भले ही अजीब लगती हों, लेकिन होती बहुत दिलचस्प और सच्ची हैं,  आइये इन्हें जानें -
* वाल्ट डिज्नी के नाम से आप सभी लोग परिचित हैं। इन्होने मिकी माउस, डोनाल्ड डक और गुफी जैसी कई कार्टून फ़िल्में बनाई, जो बच्चों और बड़ों का मन मोह लेती है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि वाल्ट डिज्नी स्वयं अपने हीरो चूहे (माउस) से बहुत भयभीत रहते थे।

* नेपोलियन की बहादुरी से हम वाकिफ हैं, लेकिन आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि नेपोलियन स्वयं बिल्लियों से डरता था

* सब्जियों में आपने कददू या काशीफल का नाम सुना और इसे देखा भी होगा। देखने में ये बहुत ही बड़े और भारी-भरकम होते हैं। लेकिन सबसे बड़ा कददू 377 पाउंड का भी हो सकता है। इस बात की जानकारी आपको शायद ना हो

* विश्व में 350 प्रकार की शार्क [मछली] पाई जाती है

* डवार्फ नामक शार्क मछली एक साधारण व्यक्ति के हाथ जितनी छोटी होती है, जबकि व्हेल शार्क एक स्कुल बस जितनी बड़ी हो सकती है

* ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार अंग्रेजी का सबसे बड़ा शब्द ये है - 
Pneumonoultramicroscopicsilicovolcanoconiosos

* विश्व के सबसे कम आयु के माता-पिता 8 और 9 वर्ष के थे। ये जोड़ा 1910 में चीन में रहता था

* 1,111,111 x 1,111,111 = 1234, 567, 654, 321

* शार्क को विश्व में सबसे अच्छे शिकारियों में से एक माना जाता है। इसके छोटे-छोटे बच्चे भी अपना शिकार स्वयं ही करते हैं।

* बोस्टन युनिवर्सिटी के डाइनिंग रूम में हर सप्ताह 16,580 केले खाए जाते हैं।

* जैसे मानव धरती का शासक है, उसी तरह व्हेल समुद्र की शासक है। हालाँकि मनुष्य शार्क को बहुत खतरनाक समझता है, पर अधिकांश शार्क खतरनाक नहीं होती है।

* शार्क महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अपना शिकार अधिक बनाती है। हालाँकि इसका कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है।

* मेंढ़क की टांगों का निर्यात करने वाले सबसे बड़े देश का नाम जापान है।

* भारत में ही नहीं विश्व के लगभग हर देश में फ्लश टॉयलेट का उपयोग होता है। लेकिन इसका अविष्कार किसने किया शायद इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को होगी। फ्लश टॉयलेट का अविष्कार थोम्स क्रपर ने किया था।

* सबसे बड़ी बंदगोभी का वजन 144 पाउंड हो, तो आश्चर्य होना लाजमी है, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है।

* औसतन एक टाइपिस्ट की अंगुलियाँ एक दिन में 12.6 मील का सफर तय करती है।

* कोका-कोला का वास्तविक रंग हरा था।

* हमारी भौहों (Eyebrow) में अनुमानत: 550 बाल होते हैं।

* मानव शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी जीभ को माना जाता है।

* डोलफिन मछली एक आँख खोलकर सोती है।

* औसतन एक आदमी छोटी से छोटी लिखावट/चीज को अच्छी तरह पढ़ लेता है।, जबकि एक महिला सुन बहुत अच्छा लेती है।

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 आंकड़े गूगल से लिए गये है , मैंने तो सभी को एक जगह लिखा है सिर्फ आपके लिए

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मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018

अच्छा बताओ?

question
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पेश है कुछ अजब-गजब प्रश्नोतर !
प्रश्न :

1. वह कौनसी 'रात' है जो सिर्फ दुल्हे की ही होती है?

2. कौनसा 'यार' सबको नुकसान पहुंचाता  है?

3. 'सुख' और 'दुःख' में क्या फर्क है?

4. कौन 'कान' है, जिसमें मनुष्य रहता है?

5. 'न' ही उसकी शुरुआत है और 'न' ही उसका अंत, फिर भी उससे देखा जाता है?

6. कौशिश से पहले कामयाबी कहाँ मिलती है?

7. कौनसा 'गम' खाने में मजेदार लगता है?

8. एक व्यक्ति कहता है, 'मैं हमेशां झूठ बोलता हूँ', बताओ उसकी बात सच है या झूठ?



उतर :

1. बारात
2. हथियार
3. सिर्फ एक अक्षर का 
4. मकान
5. नयन
6. हिंदी के शब्दकोश में
7. बबलगम
8. झूठ 

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सोमवार, 22 अक्तूबर 2018

कलयुगी पिता पुत्र संवाद।


Father son conversation
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पिता ने पुत्र के चरण स्पर्श किया,
और कहा - क्या आज्ञा  है मेरे लिए,
पुत्र ने कहा - हे चिरंजीव बाप,
उससे पहले की आपसे शुरू करूं वार्तालाप,
एक बीड़ी पिलवाईए, पांव जरा धीरे दबाइये,
माँ के नहीं मेरे पांव है,
पिता ने पुत्र की बीड़ी सुलगाई,
खुद भी खेंच के ऐसी दम लगाई,
की बीड़ी के प्राण पखेरू उड़ गये,
बेटे के होंठ मारे गुस्से के सिकुड़ गये,
बाप से बोला - बदतमीज ,
तूं बाप है या फजीता है,
बेटे के सामने बीड़ी पीता है,
अबे जोरू के गुलाम,
यूँ ही रोशन करेगा बेटे का नाम,
क्या जमाना आ गया है,
बाप, बेटे के सामने बीड़ी पिये,
शर्मदार बेटा कैसे जिये,
बेटा पिये तो कोई बात नहीं,
दमें का मरीज है,
ये भी कोई बाप के पिने की चीज है,
क्यों बे, कलयुग का प्रभाव तुझ पर भी पड़ गया,
मोहल्ले के आवारा बापों में रहकर बहुत बिगड़ गया,
हर हसीन बुढिया से इश्क लड़ाता है,
रिडक्शन का माल बहुत भाता है,
अब यदि किसी बुढिया को प्रेमपत्र लिखा,
मोहल्ले के आवारा बापों के साथ दिखा,
तो ऐसा टॉर्चर पहुंचाऊंगा,
तेरी हर प्रेमिका से, मैं खुद इश्क लड़ाऊंगा,
अबे माठू कैसा सीधा साधा बनके बैठा है,
जैसे कुछ जानता ही नहीं,
घर गृहस्थी का सबक याद किया,
या माँ को बुलाऊं,
माँ भी क्या करेगी?
ये मास्टर जी भी हराम की खाते हैं,
इन बापों को जाने कैसा पढाते हैं,
हम भी सोचते हैं हटाओ,
रोज-रोज कौन धमकाये,
ले दे के एक ही बाप है,
खेलने खाने के दिन है, खाये
मगर बेटे की मर्यादा तो निभाए,
हद हो गई हमारी नर्मी की,
आटा घोलकर पिये जा रहे हैं,
मगर बच्चों को जन्म दिये जा रहे हैं,
मन्दिर में सोते हैं,
राम जाने इनको बच्चे कैसे होते हैं?
बोलो तो डांटता है चुप रहो,
बच्चों का जन्मदाता तो भगवान है,
इसमें हमारा क्या योगदान है,
ये बोल-बोलकर घर भर दिया,
अपने साथ भगवान का चरित्र भी खराब कर दिया,
वह तो अच्छा हुआ,
पहला इश्क कामयाब नहीं हुआ,
सीन कुछ दिन बाद ड्राप होता,
तो आधे हिंदुस्तान का बाप होता,
सुबह शाम खाते हैं, झिड़की,
मगर जब भी खुलती है सामने वाली खिड़की,
जरुर देखते हैं,
मेरा यार छुप-छुपकर ऐसी मस्करी करेगा,
हाजी मस्तान भी क्या तस्करी करेगा,
रोज सब्जी लेने जाते हैं,
और एक बच्चे को बेचकर आते हैं,
महंगाई का ये हाल है,
उस पर ये कमाल है,
आजकल कविता करते हैं,
नायिका के नख-शिख के वर्णन पर आंहे भरते हैं,
कहते है- हे कोमलकांत पदावली,
तेरे सारे पुर्जे मिल गये, मगर कमर नहीं मिली,
खुद लापता है मगर कमर की तलाश है,
आजकल का बाप भी कितना बदमाश है,
अबे सावन के अंधे,
यथार्थ के धरातल पर आ,
फिर कल्पना की वादियों में जा लेटा,
बाप ने कहा बेटा,
इस इक्कीसवीं सदी की नालायक सभ्यता का त्रास हूँ,
दुर्भाग्य से तू मेरा बेटा,
और सौभाग्य से मैं तेरा बाप हूँ,
अतीत हमेशां वर्तमान से हारा है,
शेख मुजीब को हमेशा उसके बेटों ने मारा है।


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रविवार, 21 अक्तूबर 2018

ईमानदार गरीब माँ

filmy fun fact
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फिल्मों में सम्बन्ध भेद 

फ़िल्मी गरीबी का ईमानदारी से गहरा रिश्ता होता है। जैसे दुनियाभर की ईमानदारी का ठेका उसके ही पास हो। एक गरीब फ़िल्मी माँ है। उसका एक गरीब बेटा है। बेटा स्मगलिंग करके चार पैसा कमाने लगता है। ज्यों ही माँ को मालूम पड़ता है, तो बुढिया ऐसे बिफरती है की पूछो ही मत, 'जा अपने आपको कानून के हवाले कर दे।' अरे! पुलिस कौनसी दूध की धूली है। बेचारा बेरोजगार था। एक धंधा सामने दिख गया, सो करने लगा। जमाने के साथ चल रहा है। धंधा बुरा है, तो ज्यादा से ज्यादा लडके को समझा दे कि बेटा, आइन्दा से यह काम मत करना, लेकिन नहीं, कहेगी, "मैं इस पैसे को हाथ भी नहीं लगाउंगी। मैं तुम्हारा घर छोड़ दूंगी।"
फिर वह किसी स्मगलर के घर बर्तन साफ कर लेगी, लेकिन स्मगलर बेटे का दिया नहीं खाएगी।

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